भक्ती
भक्तीची तहान | देव अधिष्ठान |
दु:ख ते लहान | होत असे ||
मुखी राम नाही | मनी विष राही |
दुजे नीच पाही | अहंकारे ||
राम एक ध्यास | मनी त्याचा वास |
भक्तीचा सुवास | दरवळे ||
रूप ते नश्वर | काम क्रोध ज्वर |
स्मरावा ईश्वर | ब्रह्मानंदे ||
नामाचा उच्चार | मनाचा निर्धार |
आत्म्याचा उद्धार | करू शके ||
- विशाल आपटे
भक्तीची तहान | देव अधिष्ठान |
दु:ख ते लहान | होत असे ||
मुखी राम नाही | मनी विष राही |
दुजे नीच पाही | अहंकारे ||
राम एक ध्यास | मनी त्याचा वास |
भक्तीचा सुवास | दरवळे ||
रूप ते नश्वर | काम क्रोध ज्वर |
स्मरावा ईश्वर | ब्रह्मानंदे ||
नामाचा उच्चार | मनाचा निर्धार |
आत्म्याचा उद्धार | करू शके ||
- विशाल आपटे
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